मनोविज्ञान और योग

सभी धर्मों का सार योग है, जो मानसिक शाँति प्राप्त करने का श्रेष्ठ मार्ग है। योग का अर्थ होता है...

योग विद्या की महत्ता

योगात्संप्राप्यते ज्ञानं योगो धर्मस्य लक्षमणम्। योगः परं तपो ज्ञेयस्तस्माद्योगं समभ्यसेत॥1॥ नचतीव्रेण तपसान् स्वाध्यायैर्न चेत्यया। गतिं गन्तुँ द्विजाः शक्ता योगात्संप्राप्नुवन्तियाम्॥2॥ -अत्रि...

स्त्रियों को भी व्यायाम आवश्यक है

अथर्ववेद में कहा है- “देवैर्दत्तेन मणिना जांगिडेन मयोभुवा। विष्कन्धं सर्वारक्षाँसि व्यायामें सहाभहे।” 2/4/4 अर्थात्-देव प्रदत्त मणि के समान श्रेष्ठ आनन्द...

जीर्ण रोग-उनका कारण और निवारण।

आधुनिक सभ्यता की उन्नति के साथ-साथ मनुष्य अपने स्वाभाविक जीवन से अधिकाधिक दूर होता गया है और उसका जीवन इतना...

अस्वस्थता निवारक यौगिक क्रियाएं

बीमारी आने पर दवादारु करने से कही अच्छा यह है कि आप बीमार ही न पड़ें। इस प्रकार रहें और...

उपवास साधना

साधनाओं में उपवास का महत्वपूर्ण स्थान है। प्रायश्चित्तों के लिए तथा आत्म शुद्धि के लिए उपवास सर्वोत्तम साधन माना जाता...

क्रोध का स्वास्थ्य पर प्रभाव

क्रोध एक भयंकर शत्रु है। क्रोध में आकर मनुष्य अपना सर्वनाश कर बैठता है। किसी ने ठीक ही कहा है...

फलाहार से रोग निवारण

फलों के रस कृमिनाशक होते हैं। उनके उपयोग से हमारे शरीर में स्थित रोग-कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। डाक्टरों का...

त्राटक की रीति और लाभ

विशाल विश्व की विलक्षण वाटिका में बढ़िया फूल भी हैं और नुकीले काँटे भी। मनुष्य को कर्म की पूरी स्वतंत्रता...