व्युत्क्रम कपालभाति
व्युत्क्रम कपालभाति, जिसे जल कपालभाति भी कहा जाता है, एक प्राणायाम अभ्यास है जो श्वास क्रिया और जल के उपयोग के माध्यम से शरीर को शुद्ध करने और श्वसन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसे कपालभाति का एक उन्नत रूप माना जाता है।
व्युत्क्रम कपालभाति करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- पद्मासन या सुखासन में बैठें।
- जालंधर बंध लगाएं।
- नाक से पानी को धीरे-धीरे खींचें।
- पेट को अंदर की ओर खींचें।
- मुंह से धीरे-धीरे पानी को बाहर निकालें।
- श्वास को रोकें और जालंधर बंध को खोलें।
- श्वास छोड़ें।
- यह क्रिया 5-10 बार करें।
व्युत्क्रम कपालभाति के लाभ
- पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है।
- कब्ज को दूर करता है।
- गैस और एसिडिटी को कम करता है।
- वजन घटाने में सहायक होता है।
- मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
- तनाव और चिंता को कम करता है।
- एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
ध्यान दें:
- गर्भवती महिलाओं को यह प्राणायाम नहीं करना चाहिए।
- उच्च रक्तचाप वाले लोगों को यह प्राणायाम सावधानी से करना चाहिए।
- हृदय रोग वाले लोगों को यह प्राणायाम डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।
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